मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर पत्नी अंजलि के साथ गोल्डन टेंपल में हाथ जोड़े नजर आए। इस दौरान गुरबाणी सुनते हुए वे भावुक हो गए।
सचिन तेंदुलकर शुक्रवार की शाम को गुरु नगरी पहुंचे। पत्नी अंजलि तेंदुलकर के साथ जब सचिन श्री गुरु राम दास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट में पहुंचे तो उनकी एक झलक पाने के लिए लोग उमड़ पड़े। यह देखकर वहां तैनात सीआईएसएफ के अधिकारियों ने सचिन और उनकी पत्नी को सुरक्षा घेरे में ले लिया। हवाई अड्डे के बाहर जमा मीडिया से भी सचिन ने बात नहीं की और वे काले रंग की मर्सिडीज में बैठकर वहां से रवाना हो गए।
दरबार साहिब आने का उन्हें पहला मौका मिला :
सूत्रों के अनुसार, सचिन अमृतसर में अपने दोस्त की शादी में शामिल होने आए हैं। वहीं अमृतसर पहुंचते ही सचिन और उनकी पत्नी दरबार साहिब के दर्शनों के लिए पहुंचे। दरबार साहिब पहुंच कर सचिन काफी भावुक दिखे। उन्होंने बताया कि वह बचपन में अपने मां-बाप के साथ अमृतसर आए, लेकिन उनके जहन में अब कोई याद नहीं है। दरबार साहिब आने का उन्हें पहला मौका मिला है। हालांकि वे गुरु नगरी के गांधी मैदान में 1991 में एक इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सचिव दलजीत सिंह बेदी व जसविंदर सिंह दीनपुर ने संयुक्त रूप में तेंदुलकर दंपति व उनके साथ आए लोगों को श्री दरबार साहिब का मॉडल व सिरोपे देकर सम्मानित किया। इसके बाद तेंदुलकर दंपति ने श्री हरिमंदिर साहिब की पवित्र परिक्रमा में बैठकर गुरबाणी का श्रवण किया। इस दौरान उनकी पत्नी अंजलि के साथ पुलिस कमिश्नर एसएस श्रीवास्तव की पत्नी डिम्पल श्रीवास्तव भी मौजूद रहीं।
मूलमंत्र को सुनते ही उन्होंने उनके अर्थ को जानने की इच्छा जताई :
सचिन ने कड़ाह प्रसाद लेते समय उसके महत्व के बारे में जाना। इसके बाद खुद कड़ाह प्रसाद को लेकर गुरुघर गए और वहां अपने परिवार की सुख शांति के लिए अरदास करवाई। वहीं उन्हें मूलमंत्र के बारे में भी बताया गया। मूलमंत्र को सुनते ही उन्होंने उनके अर्थ को जानने की इच्छा जताई। मूलमंत्र का अर्थ जानने के बाद वे भावुक हो गए और उन्होंने गुरु को सिर झुकाकर नमन किया। उन्होंने हर की पौड़ी के ऊपर जाकर हस्त लिखित स्वरूप के भी दर्शन किए।
सचिन और उनकी पत्नी जलियांवाला बाग भी गए :
श्री हरिमंदिर साहिब में उन्होंने साल 2018 में मिली बरकतों के लिए परमात्मा का शुक्राना किया। दरबार साहिब से निकलने के बाद सचिन और उनकी पत्नी जलियांवाला बाग भी गए। हालांकि वहां गेट बंद होने का समय हो गया था, तो सचिन ने आग्रह करके गेट खुलवाया। सचिन 20 मिनट तक जलियांवाला बाग के अंदर रहे। इस दौरान तेंदुलकर दंपति ने अमर ज्योति और शहीदी स्मारक को नमन करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए।

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