पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद उच्च स्तरीय बैठक के लिए शीर्ष अधिकारी गृह मंत्रालय पहुंच गए हैं। इससे पहले शुक्रवार को कैबिनेट की सुरक्षा समिति की बैठक हुई थी। जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित तीनों सेनाओं के अध्यक्षों ने हिस्सा लिया था।
14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले को आत्मघाती हमलावर ने निशाना बनाया था। जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। पूरे देश में आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने की मांग हो रही है। लोग सरकार से कड़े कदम उठाने की अपील कर रही हैं। माना जा रहा है कि इस उच्च स्तरीय बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ रणनीति बनाई जा सकती है। इस बैठक में सेनाध्यक्ष और रक्षामंत्री बातचीत करेंगे। सेनाध्यक्ष बिपिन रावत रक्षामंत्री को आज मुठभेड़ की पूरी जानकारी देंगे।
वहीं सेना और आतंकियों के बीच पुलवामा में आधी रात डेढ़ बजे से मुठभेड़ चल रही है। इसमें एक मेजर सहित 4 जवान शहीद हो गए हैं। वहीं एक घायल है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सुरक्षाबलों ने उस इमारत को उड़ा दिया है जहां जैश के आतंकियों के छुपे होने की आशंका थी। वहीं पूरे इलाके को घेरकर सेना ऑपरेशन को अंजाम दे रही है।
शहीदों की पहचान मेजर डीएस ढोंडियाल, हेड कांस्टेबल सेवाराम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरि सिंह के रूप में हुई है। जबकि गंभीर रूप से घायल जवान गुलजार मोहम्मद को 92 बेस हॉस्पिटल में इलाज के लिए ले जाया गया है। इसके अलावा एक स्थानीय नागरिक मुस्ताक अहमद भी इस दौरान घायल हो गया।
शहीद मेजर का संबंध 55 राष्ट्रीय रायफल्स से है। इस दौरान एक आम नागरिक के मारे जाने की भी खबर है। घटना स्थल पर मोर्चा संभालने के लिए पैरा कमांडो के दस्ते को बुलाया गया है। आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर 55 राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ तथा एसओजी की ओर से इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। घेराबंदी सख्त होती देख छिपे आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी थी।
Delhi: Top officials arrive at Home Ministry for a high level meeting. #PulwamaTerroristAttack pic.twitter.com/Rcz3ZWZnNh— ANI (@ANI) February 18, 2019
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