पुलिस ने पूछा कि दाह संस्कार कब किया जाएगा? भड़क उठे लोग - Sambandhsetu News

दिसंबर 21, 2018

पुलिस ने पूछा कि दाह संस्कार कब किया जाएगा? भड़क उठे लोग

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आगरा (उत्तर प्रदेश) | के गांव लालऊ में हाईस्कूल की छात्रा संजलि का शव गुरुवार शाम को घर पर पहुंचा तो कोहराम मच गया। महिलाएं बिलख-बिलखकर रोने लगीं। पुलिस ने पूछा कि दाह संस्कार कब किया जाएगा? तो लोग भड़क गए। उन्होंने एलान कर दिया कि हत्यारों के पकड़े जाने तक दाह संस्कार नहीं होगा। चार घंटे चले हंगामे के बाद रात नौ बजे दाह संस्कार कर दिया गया।

इससे बड़ी वारदात और क्या हो सकती है ?:

संजलि के परिजनों ने दो मांगें रखीं। उन्होंने कहा कि एक तो परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए। दूसरा एक करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाए। संजलि की बहन अंजलि ने कहा कि कई घटनाओं में प्रदेश सरकार ने एक करोड़ तक मुआवजा दिया है तो इस घटना में क्यों नहीं दिया जा सकता है। अंजलि ने कहा कि इससे बड़ी वारदात और क्या हो सकती है कि स्कूल से लौटती उसकी बहन को जिंदा जला दिया गया।

संजलि के शव के साथ दिल्ली से आए आठ रिश्तेदारों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। ये लोग हंगामा कर रहे थे। पुलिस की इस कार्रवाई से ग्रामीण भड़क गए। उन्होंने कहा कि पुलिस का रवैया ठीक नहीं है। पुलिस चाह रही थी कि संजलि के शव का दाह संस्कार रात में ही किया जाए जबकि परिजन इसके लिए राजी नहीं थे।

रामशंकर कठेरिया के खिलाफ नारेबाजी:

गुस्साए लोगों ने दोपहर को क्षेत्रीय सांसद चौधरी बाबूलाल के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि वह अभी तक क्यों नहीं आए हैं? वोट लेने आते हैं तो दुख दर्द में क्यों नहीं आते। शाम को जब संजलि का शव पहुंचा तो आगरा के सांसद व एस: सी आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया के खिलाफ भी नारे लगाए। उन्होंने कहा कि कठेरिया को अब तक आ जाना चाहिए था। महिला आयोग की टीम आई है तो कठेरिया क्यों नहीं आए?

अशरफी देवी छिद्दा सिंह इंटर कॉलेज में पढ़ती थीछात्रा:

संजलि कक्षा 10 की छात्रा थी। वो गांव से नौ किमी दूर नौमील गांव स्थित अशरफी देवी छिद्दा सिंह इंटर कॉलेज में पढ़ती थी। मंगलवार दोपहर को छुट्टी के बाद साइकिल से घर लौट रही थी। तभी बाइक सवार दो युवकों ने पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। संजलि को गंभीर अवस्था में आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। यहां से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां गुरुवार तड़के उसकी मौत हो गई। 

संजलि की मौत की खबर आते ही ताजनगरी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। कातिलों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कहीं जाम लगाया गया तो कहीं प्रदर्शन किया गया। लोग कह रहे हैं कि बेटियां सुरक्षित नहीं हैं तो बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे का क्या मतलब है? लोगों ने यहां आगरा-जगनेर रोड पर जाम लगाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका। लालऊ में कई बार पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। देर रात तक नारेबाजी चलती रही।

संजलि को जिंदा जलाने की घटना ने हर किसी को झकझोर दिया है। सबसे ज्यादा छात्राएं डरी हुई हैं। उनका कहना है कि अब तो स्कूल जाने में दहशत हो रही है। जब सुरक्षित ही नहीं रहेंगी तो स्कूल जाकर क्या करेंगी। संजलि की गांव की सहेलियों ने यह तक कह दिया कि आरोपियों के पकड़े जाने तक स्कूल नहीं जाएंगी।

नम आंखों से संजलि को दी गई श्रद्धांजलि:

संजिल के हत्याकांड पर जहां एक तरफ आक्रोश है, वहीं दूसरी ओर दुस्साहसिक घटना की शिकार हुई संजलि को याद कर लोगों की आंखें भी नम हैं। गांव से लेकर शहर तक लोगों ने कैंडिल मार्च निकालकर नम आंखों से संजलि को श्रद्धांजलि दी। 

महिला आयोग सख्त  मामले को बताया दर्दनाक और संवेदनशील:

आगरा के गांव लालऊ में कक्षा दस की छात्रा संजलि को जिंदा जलाने की घटना पर राज्य महिला आयोग सख्त है। गुरुवार को आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं। उन्होंने घटना को बेहद दर्दनाक और संवेदनशील बताया। आरोपियों को पकड़कर कड़ी कार्रवाई करने के लिए पुलिस अधिकारियों को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया।

पुलिस ने अभी तक 20 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है। छह लोगों से अभी भी पूछताछ की जा रही है। अन्य को छोड़ा जा चुका है। खुफिया पुलिस की टीम भी गांव में लगा दी गई है। पुलिस ने गांव के आम लोगों में से भी कई को यह जिम्मा सौंपा है कि कातिलों के बारे में सुराग लगाकर दिया जाए। संजलि की सहेलियों से भी पूछताछ की गई है। 

मजिस्ट्रेट ने संजलि का मृत्यु पूर्व बयान दर्ज किया। उसने कहा कि लाल बाइक पर दो युवक सवार थे, दोनों ने हेलमेट पहना है, मैं उन्हें पहचान नहीं पाई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि संजलि से यह भी पूछा गया था कि उसे किसी पर शक तो नहीं है? उसने कहा कि उसका सात महीने पहले भाई विवेक से विवाद हुआ था लेकिन यह बहुत बड़ा विवाद नहीं था। बाद में सुलह हो गई थी। आखिर में संजलि ने कहा कि उसे किसी पर शक नहीं है।

पुलिस के शक की सुई गांव के कुछ युवकों पर ही घूम रही है। उनके बारे में ही पड़ताल की जा रही है। खुफिया पुलिस की टीम को भी लगाया गया है। पुलिस मौका ए वारदात से बरामद लाइटर की फोटो को भी लोगों को दिखा रही है। यह खास किस्म का लाइटर है। पुलिस लोगों से पूछ रही है कि इस किस्म का लाइटर गांव में कौन इस्तेमाल करता है।

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